दोस्तों क्या आप जानते हैं 15 अगस्त क्यों मनाया जाता है? हम लोग यह जरुर जानते हैं कि 15 अगस्त को हम सारे भारतवासी आजादी के दिन मानकर भारत का तिरंगा लहराते हैं। और इसके साथ-साथ हमारे देश के प्रधानमंत्री भी उसे दिन कुछ महत्वपूर्ण बातें हर एक देशवासी के लिए रखते हैं।
हालांकि हम में से कुछ लोग यह जरुर जानते होंगे कि हर साल 15 अगस्त को ही हम लोग क्यों आजादी के दिन को मानते हैं। लेकिन ऐसे भी बहुत सारे लोग हैं वह अभी तक यह जानते ही नहीं है कि 15 अगस्त मनाने के पीछे कारण क्या है। तो चलिए हम लोग एक भारतवासी होने के नाते आज यह जान ही लेते हैं कि क्यों हम लोग हर साल 15 अगस्त को इतनी धूमधाम से मनाते हैं।
और हम चाहते हैं आप एक भारतवासी होने के नाते अगर हमारी इस लेख को अच्छा लगे तो आप अपने दोस्तों के साथ भी जरूर इसे शेयर करें जिससे वह लोग भी इस 15 अगस्त संबंधित सब कुछ जान सके।
15 अगस्त क्यों मनाया जाता है | 15 August Kyu Manaya Jata Hai
15 अगस्त को क्यों हम लोग आजादी का दिवस मनाते हैं इससे पहले आप लोग यह जान लीजिए कि 1930 से 1947 तक 26 जनवरी को हम लोग आजादी दिवस के नाम से जानते थे। उस दिवस पर पूरे कांग्रेस पार्टी के साथ भारत के अन्य सारे सदस्य भी उस दिन को ही साधीनोता दिवस के तौर पर जानते थे।
लेकिन उसके बाद ऐसा क्या हुआ जिस वजह से हम लोग इस आजादी के दिवस 26 जनवरी से 15 अगस्त को ले आया एवं 26 जनवरी में पूरे अखंड भारत में तिरंगा उठाने के जगह 15 अगस्त को उठाते हैं। तो चलिए आज हम लोग इस विषय में भी आलोचना कर ही लेते हैं।
भारत के विभाजन के समय श्री माउंटबेटन जी हमारे देश के वायसराय एवं इसके साथ-साथ वह गवर्नर जनरल भी थे। लेकिन उसके बाद गवर्नर माउंटबेटन 15 अगस्त को आजादी का दिवस मनाने का आदेश दिया।
असल में बोला जाता है कि ब्रिटिश शासक लोग माउंटबेटन को भारत में भेजा क्योंकि ब्रिटिश शासन नहीं चाहते थे कि भारतवासी को ब्रिटिश शासन से आजादी मिले। इस बीच कुछ नीति को मन में रखते हुए माउंटबेटन ने भारत के आजादी का दिवस 26 जनवरी से 15 अगस्त को करवाया एवं वह चाहते थे कि इस समय में वह कुछ ऐसा काम करें जो भारत को 15 अगस्त को आजादी दिवस मिलने में भी दिक्कत हो।
लेकिन उस समय भारत के स्वतंत्र सेनानी के साथ-साथ भारतीय कांग्रेस गर्ल के कुछ सदस्य के रहते हुए भारत के अंतिम गवर्नर जनरल श्री राजगोपालाचारी इस ने गवर्नर यानी कि माउंटबेटन को दबाव देते हुए ही भारत का 1947 साल का 15 अगस्त को आजादी दिवस के तौर पर घोषणा करने के लिए मजबूर करा।
क्योंकि वह लोग जानते थे अगर 1947 साल में 15 अगस्त को भारत को स्वतंत्र दिवस के तौर पर मनाया नहीं दिया गया तो 1948 साल में भारत पहुंचा देना था मिलना ही नहीं था। तो यह है कुछ कारण जिस वजह से हम लोग 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के तौर पर मनाते हैं।
भारत के स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास
दोस्तों 15 अगस्त क्यों मनाया जाता है एवं भारत के स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास जानने से पहले क्या आपने कभी यह सोचा है कि यह स्वतंत्रता के सफर भारतवासी के लिए कितना कठिन था। यानी कि 1947 का 15 अगस्त से पहले हर एक भारतवासी को स्वतंत्र के तिरंगा उठाने से पहले क्या-क्या कठिनाइयों या संग्राम का सामना करना पड़ा। तो चलिए आज इस लेख में हम लोग वह सारे संग्राम के ऐतिहासिक चीजों को जानते हैं।
इस स्वतंत्रता के शुरुआत उसे समय भारत के प्रधानमंत्री डॉ जवाहरलाल नेहरू लाल कल्याण में सुबह 8:00 बजे सूर्य उदय के साथ-साथ ही भारत का तिरंगा उठाकर भारत को पूरी तरीके से साधीनता यानी की स्वतंत्रता का संवाद दिया।
स्वतंत्रता दिवस के दिन मनाए जाने वाले समारोह
हर साल 15 अगस्त यानी की स्वतंत्रता दिवस के दिन भारत के प्रधानमंत्री जो भी रहते हैं वह इस दिन को याद कर बनाने के लिए एक प्रफुल्ल्या जनक समारोह का इंतजाम करते हैं। यह समझ सबसे ज्यादा दिल्ली में लाल किला या फिर इंडियन गेट के सामने ही होता है।
जैसे कि आपने देखा है पिछले साल भी भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी 15 अगस्त के दिन एक अच्छा मंत्र हर एक भारतवासी के लिए रखा था एवं उस दिन को यादगार बनाने के लिए अन्य बहुत सारे अनुष्ठान का भी इंतजाम करवाया था।
आजकल इस स्वतंत्रता दिवस के दिन हर कोई अपने मन में कुछ ना कुछ नया प्रेरणा एवं भावना लेकर आते हैं एवं बहुत सारे लोगों के घर में भी तिरंगा को उत्तोलन करते हैं। इसके साथ साथ हम लोग चाहते हैं की जिन भारतवासी के मन में यह सवाल आता है कि 15 अगस्त क्यों मनाया जाता है तो उन लोगों को यह सब चीज को पर के उनके मन में, एक नया प्रेरणा लाना बहुत ही आवश्यक है।
स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को ही क्यों मनाते हैं
जैसे कि आपको पता है भारत के स्वतंत्रता 15 अगस्त में ही हम लोग मानते हैं लेकिन इस 15 अगस्त के पीछे उस समय का गवर्नर लॉर्ड ब्रिटेन यह चाहते थे कि उस तारीख में ही 2 साल पहले जापान के सेना ब्रिटिश के सामने घुटने झुकाए थे। इधर पूरे भारतवासी जोर शोर से इस तारीख में स्वतंत्रता पाने के लिए बहुत प्रयास भी कर रहे थे। तो यह दोनों चीज एक ही तारीख में होने के कारण लौट ब्रिटेन ने इस तारीख को ही स्वतंत्रता दिवस के तौर पर भारतवासी को उनके अपने तरंग लाल किला में उठाने के लिए इजाजत दे दी।
स्वतंत्रता दिवस के दिन देशभक्ति का संदेश
निष्कर्ष
तो दोस्तों जैसे कि आप देख रहे हैं आज हम इस लेख में 15 अगस्त क्यों मनाया जाता है इसको लेकर विस्तार से बहुत कुछ आलोचना किए हैं। क्या करता हूं आप में से जो भी हमारे इस लेख को करेंगे वह है 15 अगस्त के महत्व एवं इसके पीछे हर एक रहस्य के बारे में पता लग गया होगा। इसके अलावा अगर आपके मन में 15 अगस्त संबंधित कुछ भी प्रश्न है तो आप कुछ भी ना सीधा करे ही हमारे इस लेख में नीचे कमेंट बॉक्स में पहुंच सकते हैं।