Bhasha Kise Kahate Hain | भाषा किसे कहते हैं

क्या आप जानते हैं Bhasha Kise Kahate Hain? बहुत लोग भाषा किसे कहते हैं इसके बारे में ज्यादा कुछ तत्व जानते ही नहीं हैं। शायद आप भी उनमें से एक हो जिसको हिंदी में भाषा क्या होता है इसके बारे में जानना है। अगर देखा जाए तो class 6, class 7 बच्चे को परिभाषा क्या है इसके बारे में जानना होता है।

अगर आपको class 6 एवं class 7 बच्च के लिए भाषा की परिभाषा है – भाषा एक तरीके का साधन है जिसके द्वारा मनुष्य सुनकर, बोलकर, पढ़कर एवं लिखकर दूसरे कोई भी व्यक्ति के समक्ष अपने मन की सारे भाव एवं विचारों को प्रकाश करता है। अगर आप सोच रहे हैं सिर्फ भाषा की परिभाषा जानते ही भाषा के बारे में सब कुछ पता चल गया है तो आपकी यह म्नतव गलत है।

Bhasha के प्रकार एवं अन्य सारे चीजों के बारे में विस्तार से जानना है तो हमारे इस लेख को अच्छी तरीके से परे।

Bhasha Kise Kahate Hain | भाषा किसे कहते हैं

भाषा की परिभाषा हम ऊपर पैराग्राफ में एक बार बोल चुके हैं। आप हमारी एक पैराग्राफ तक आए हैं तो आपको हम भाषा की विभिन्न प्रकार बोलने से पहले भाषा क्या है इसको और एक बार दोहराते हैं। हमारे हिंदी पुस्तक के अनुजाई भाषा एक तरीके का साधन है जिसके द्वारा मनुष्य सुनकर, बोलकर, पढ़कर एवं लिखकर दूसरे कोई भी व्यक्ति के समक्ष अपने मन की सारे भाव एवं विचारों को प्रकाश करता है।

Bhasha Kise Kahate Hain
Bhasha Kise Kahate Hain

यानी कि अगर आप कोई भी छोटे बच्चे की नजरिया से देखें तो भाषा एक तरीके का बोलने वाला चीज है जो हम लोग एक दूसरे को अपने मन की भाव प्रकाश करने के लिए यूज करते हैं।

लेकिन हम चाहते हैं आप भाषा की परिभाषा जानने के उपरांत भी भाषा का प्रकार एवं भाषा को लेकर अन्य सारे तत्व को अच्छी तरीके से जाने। अभी हम पहले यह जानते हैं की भाषा कितने प्रकार होता हैं।

ओर परे: भाषा के कितने रूप होते हैं

भाषा के प्रकार

अगर आप भाषा के कितने प्रकार होते हैं इसका जवाव आप जानना चाहते हैं तो इसका सटीक उत्तर है भाषा तीन प्रकार के होते हैं। भाषा के लिए तीन प्रकार के बारे में क्लास 6 एवं क्लास 7 में हर एक बच्चे को अच्छी तरीके से सिखाया जाता है। भाषा के यह तीन भेद के नाम है 1) मौखिक भाषा, 2) लिखित भाषा एवं 3) संकेतिक भाषा।

१) मौखिक भाषा: भाषा के तीन भेद मैं सेेे सबसे अधिक महत्वपूर्ण भाषा है मौखिक भाषा। जब कोई व्यक्ति अपने मन के भाव एवं विचार को दूसरेेेे कोई व्यक्ति को समझाने के लिए जिस भाषा का यूज़ होते हैं उसको ही हम लोग मौखिक भाषा बोलते हैं।

अगर सीधा-सीधा बोला जाए तो हम जब भी हमारी मुंह से कोई भी चीज को बोलते हैं एवं यह चीज कोई दूसरे व्यक्ति सुनकर इसका संपूर्ण मतलब समझ में आता है उसको ही हम लोग मौखिक भाषा बोलते हैं। जैसे कि हम लोग जब मोबाइल पर कोई भी दूसरे व्यक्ति के साथ बात करते हैं उस दौरान हमारे मुंह से जो भी भाषा निकलता है उसको ही हम लोग को मौखिक भाषा बोलते हैं।

२) लिखित भाषा: हम लोग जब मौखिक भाषा का यूज करके एक व्यक्ति के मन के बाप को दूसरे व्यक्ति को समझाते हैं। ठीक उसी चीज को जब हम लोग लिखकर कोई भी दूसरे व्यक्ति के सामने अपने मन की बात को प्रस्तुत करते हैं तब हम लोग इस चीज को लिखित भाषा बोलते हैं। अगर कोई व्यक्ति लिखित भाषा को नहीं जानते हैं तब ओनको Bhasha Kise Kahate Hain इसका परिपूर्ण ज्ञान नहींं मिलता।

उदाहरण के तौर पर जब हम लोग स्कूल या कॉलेज में कोई भी लीव के लिए अपनी टीचर एवं प्रिंसिपल को एक लेटर लिखकर अपने छुट्टी का आवेदन करते हैं तब उस चीज को ही लिखित भाषा बोला जाता है।

३) संकेतिक भाषा: ऊपर दिए गए दोनों भाषा के प्रकार जैसा है संकेतिक भाषा भी एक प्रकार है जिससे कुछ लोग अपने मन की भाग एवं विचार को दूसरे कोई व्यक्ति को समझाने के लिए कुछ सांकेतिक चीन्न या फिर चित्र का यूज करते हैं उसको ही हम लोग सांकेतिक भाषा बोलते हैं।

उदाहरण के तौर पर जो व्यक्ति अपने मुंह से कुछ बोल नहीं पाते हैं वह लोग अपने हाथों से कुछ संकेतिक चिन्ह दूसरे व्यक्ति को दिखाकर अपनी मन की आपको प्रकाश करते हैं जिसको आप लोग सांकेतिक भाषा बोल सकते हैं।

शायद आप जानते होंगे हमारे इस दुनिया में बहुत सारे भाषाएं हैं। इसीलिए भिन्न-भिन्न भाषा की परिभाषा अलग होती है। लेकिन फिर भी हर एक भाषा के यह तीन रूप होते ही हैं तो आपकी मात्रिभाषा जो भी हो इसका यह तीन प्रकार जरूर होगा।

भाषा के उदाहरण

जैसे कि आप जानते हैं भाषा तीन प्रकार का होता है लेकिन इस प्रकरण को जानने के बाद भी अगर आप हम भाषा के उदाहरण को अच्छी तरीके से नहीं जानेंगे तो भाषा के बारे में आपका ज्ञान अधूरा ही रह जाएगा।

  • जब हम लोग मोबाइल पर कोई भी दूसरे व्यक्ति के साथ बात करते हैं तब वह दूसरा व्यक्ति हमारे कहेंगे बात को सुनकर हमारी मन की बात समझ पाते हैं जिसको हम लोग मौखिक भाषा के उदाहरण बोल सकते हैं।
  • जब कोई भी छात्र स्कूल या फिर कॉलेज में अपने प्रिंसिपल या फिर यह जोड़ी को एक पत्र लिखकर उसके मन की बात को उसकी टीचर यह जोड़ी को बहुत हैं उसको ही आप लिखित भाषा के उदाहरण हो सकते हैं।

तो यह है भाषा के उदाहरण की कुछ नमूना जो हर एक बच्चे को जाना बहुत ही जरूरी है।

FAQs

Bhasha Kise Kahate Hain एवं इसके कितने भेद है?

भाषा एक तरीके का साधन है जिसके जरिए हम लोग एक व्यक्ति के मनभाव को दूसरे व्यक्ति को समझाते हैं। भाषा साधारण दो तीन प्रकार का होता है।

भाषा के कितने भाग हैं?

भाषा के 3 भाग होते हैं, तो है मौखिक भाषा, लिखित भाषा एवं संकेतिक भाषा।

भाषा के प्रकार क्या-क्या है?

भाषा के तीन प्रकार हैं कथीक भाषा, संकेतिक भाषा एवं लिखित भाषा।

भाषा का माध्यम क्या है?

भाषा एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिए एक व्यक्ति के विचारों को दूसरे व्यक्ति के साथ आदान-पदान के लिए यूज होता है।

भाषा के अन्तर्गत क्या आता है?

कोई भी एक भाषा के अंतर्गत बोलना, लिखना एवं पढ़ना आता है।

निष्कर्ष

तो आप हमारी इस लेख को पढ़ के Bhasha Kise Kahate Hain एवं भाषा के कितने रूप होते हैं इसके बारे में विस्तार से जान गए होंगे। इसके उपरांत भी अगर कोई भी छठवीं एवं सातवीं कक्ष का बच्चा भाषा के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो हमारी इस लेख को पर कर उसको भाषा के बारे में सारा ज्ञान हो जाएगा। इसके उपरांत भी अगर आपके मन में भाषा की परिभाषा को लेकर कुछ भी प्रश्न है तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपना सुझाव जरूर दें।

by Sayan Das
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