दोस्तों क्या आप जानते हैं हर वर्ष 21 मार्च को नवरोज का त्यौहार मनाया जाता है। शायद नहीं, क्योंकि आपको पता नहीं होगा कि नवरोज क्या है (Nowruz Kya Hai)। लेकिन हम यह जरूर जानते हैं कि आप ऐसे बहुत सारे लोग 21 मार्च को गूगल डूडल में नौरोज़ का खबर देखकर इस चीज के बारे में जानना चाहते होंगे। आपके इस प्रश्न का उत्तर देने हेतु आज हम इस लेख में आपके लिए विस्तारित तरीके से नौरोज के बारे में आलोचना करेंगे।
आशा करता हूं अगर आप हमारी इस लेख को अच्छी तरीके से अंत तक भरेंगे तो आपको नौरोजी क्या है (Nowruz Kya Hai) एवं यह नवरोज त्योहार क्यों मनाया जाता है, इसके बारे में सब कुछ विस्तारित जानकारी जान जाएंगे।
नवरोज क्या है | Nowruz Kya Hai
दोस्तों नवरोज एक बार शियन त्यौहार है जो 21 मार्च को मनाया जाता है। ईरानियन नियम के अनुसार इस 21 मार्च से ही ईरानियन कैलेंडर का शुरुआत होता है। और ईरान के कुछ जगह पर इस दिन को यानी कि ईरानियन कैलेंडर की शुरुआत के दिन को पति थी या फिर जमशेदी नौरोज के नाम से भी जाना जाता है। इस चीज को ध्यान में रखते हुए पूरे विश्व के अभिनंदन की तरह है हमारे भारत के जो मुख मंत्री लोग हैं वह भी पार्षद मंत्री एवं उनके देशवासियों को अभिनंदन देते हैं।
लेकिन अभी आप लोगों के मन में एक प्रश्न तो जरूर आ रहा होगा कि कैसे यह नवरोज त्योहार बनाते हैं एवं की नौरोज त्योहार क्या चीज है।
नवरोज त्योहार का कुछ जानकारी
रशियन लोगों के पुराना संस्कृति के अनुसार नौरोज का तिहार उन लोगों के लिए एक विशेष आस्था का प्रतीक है। ऐतिहासिक तथ्य से जाना गया है कि यह परिसियन शब्द नौरोज़ या नवरोज(Nowruz) दो शब्द के मिलन से बना है जो है नो एवं रोज। अगर आप इस का हिंदी में मतलब ढूंढन तो इसका मतलब होता है नया दिन जिसमें हर कोई अपने जीवन को एक नई तरीके से शुरू करना चाहते हैं।
इस नवरोज त्योहार के दिन को मध्य नजर रखते हुए और पर्शियन के हर एक परिवार में बहुत ही उल्लास एवं और भी बहुत सारे त्यौहार भी मनाया जाता है। हर साल इस दिन में ही ईरानियन समुदाय के जो खुद कैलेंडर हैं उसका दिन शुरू होता है एवं इस कैलेंडर का नाम है शोर हिजरी जो 360 दिन में 1 साल माना जाता है। पिछले कुछ साल के तथ्य के अनु जाइए माना जाता है कि यह दिन हर साल 20 या फिर 21 मार्च को ही आता है।
इस दिन को मध्य नजर रखते हुए हर एक पार्षद परिवार में उस दिन में अच्छा काम करना एवं हर एक लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करने के साथ-साथ हर एक व्यक्ति के लिए ने कपड़ों का खरीदारी के साथ अन्य अनेक सारी चीजों को मनाया जाता है। ईरानियन लोगों के ऐतिहासिक तथ्य के अनुसार यह बोला जाता है कि यह नवरोज का त्यौहार वर्षीय समुदाय के अंदर पिछले 3,000 से 3,500 साल से मनाया जा रहा है।
यह लो रोज या फिर जमशेदी नौरोज का त्यौहार एक पर्शियन राजा जमशेद के नाम से ही लाया गया है। बोला जाता है कि इस राजा के समय से ही पार्षद कैलेंडर को मनाया जा रहा है इसलिए इस कैलेंडर का जो नाम है उनके नाम से ही दिया गया है। इसके साथ-साथ पर्शियन लोग इज्स जमशेदी राजा को एक अच्छे लोग की तरह ही मानते हैं क्योंकि वह लोग इस राजा के चलते हुए ही उन्होंने हमारे पृथ्वी को एक प्रह्लाद से बचाया था एवं उस दिन ही उन्होंने सिंहासन ग्रहण किया था।
हमें से हर एक जानते हैं कि अंग्रेजी जो कैलेंडर है वह 365 दिन में 1 साल के तौर पर मनाया जाता है लेकिन जो पर्शियन कैलेंडर है उसमें 1 साल के लिए 360 दिन ही मनाया जाता है। उनके पुराने नियमों के अनुसार हर 1 साल के अंत के 5 दिन वह लोग अपने पूर्वजों को याद करते हैं एवं उनके नाम लेकर ही आंखें 5 दिन को अपने घर पर अपने परिवार के साथ रहते हैं, जिसको वह लोग गाथा के नाम से बुलाते हैं।
पर्शियन के इस कैलेंडर के पहले दिन विश्व के iran-iraq पाकिस्तान ताजिकिस्तान एवं अफगानिस्तान में भी बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। शायद आप जानते होंगे कि हमारे भारतवर्ष के बहुत सारे जगह में ही पार्षद लोग रहते हैं। इसलिए भारत में भी इस पर्शियन कैलेंडर के पहले दिन को हर वर्ष 20 या 21 मार्च को धूमधाम से मनाया जाता है।
निष्कर्ष
तो दोस्तों जैसे कि आप देख पा रहे हैं आज हम इस लेख में नौरोज क्या है (नवरोज क्या हऐ) एवं क्यों लोग नौरोज का त्यौहार मनाते हैं इसको लेकर थोड़ा बहुत विस्तारित आलोचना किए हैं। तो दोस्तों अगर आपको Nowruz Kya Hai, इसके अलावा भी नवरोज त्योहार के बारे में कुछ भी जाना है तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में जरूर पूछें।