क्या आप जरीना हाशमी का जीवन परिचय के बारे में जानना चाहते हैं? शायद आप नहीं तो आप आज गूगल डूडल में Zarina Hashmi का फोटो देखकर उनके बारे में सर्च करते हुए हमारे इन सैनिक में ना आते। असल में दोस्तों आप लोग एक बात तो अच्छी तरीके से जानते ही होंगे कि हर दिन गूगल डूडल कोई ना कोई प्रसिद्ध व्यक्ति को किसी ना किसी वजह से उनकी होम पेज पर दिखाते हैं।
ठीक उसी तरह आज भी गूगल ने प्रसिद्ध या शिल्पकार जरीना हाशमी के 86तम जन्मदिन पर उनके गूगल डूडल पेज में उनको दिखाया। इस वजह से बहुत सारे लोग गूगल डूडल पर जरीना हाशमी का नाम देखकर Zarina Hashmi Ka Jivan Parichay कौन जानने के लिए बहुत उत्सुक है। इसीलिए दोस्तों आज इस लेख में हम लोग जरीना हाशमी को लेकर सब कुछ विस्तार से आलोचना करने वाले एवं आशा करते हैं आप हमारी इस लेख को अच्छी तरीके से पड़ेंगे।
जरीना हाशमी का जीवन परिचय | Zarina Hashmi Ka Jivan Parichay
दोस्तों क्या आप जानते हैं जरीना हाशमी एक हिंदू अमेरिकन शिल्पकार के साथ-साथ न्यू ईयर शहर का एक चित्रकार भी थे, जिनको पूरे भारत एवं अमेरिका में जरीना नाम से ही पहचाना जाता था। जरीना हाशमी का जन्म 16 जुलाई 1937 को ब्रिटिश राज अलवीरा में हुई थी। उसके बाद उनके जीवन में बहुत सारे उतार-चढ़ाव आए। अभी उनके जीवन के बारे में यह सब को निस्तारित आलोचना करने से पहले आइए हम लोग संकेत में सबसे पहले उनके जीवन के कुछ महत्वपूर्ण चीजों को जानते हैं।
1. | उनका नाम | Zarina Hashmi |
2. | उनके पिताजी का नाम | शेख अब्दुल रशीद (Sheikh Abdur Rashid) |
3. | माता जी का नाम | फमीदा बेगम |
4. | जरीना हाशमी का जन्म तारीख | 16 जुलाई 1937 |
5. | जरीना हाशमी का मृत्यु तारीख | 25 अप्रैल 2020 |
6. | वह क्यों इतना प्रसिद्ध दिया है | जरीना हाशमी एक शिल्पकार एवं एक चित्रकार के नाम पर हिंदू अमेरिका में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध थे। |
7. | Zarina Hashmi का ऑफिशियल वेबसाइट | https://www.zarina.work/ |
तो अभी तक आप हमारी इस लेख को पढ़कर जरीना हाशमी का जीवनी के बारे में कुछ ना कुछ तो अनुमान लगा लिया ही होगा। लेकिन आपकी पूरी जानकारी के लिए और लोग उनके बारे में और कुछ आलोचना करने वाले हैं। इससे पहले हम लोग आपको यह बताएंगे कि आज 16 जुलाई को गूगल डूडल ने क्यों उनके होमपेज पर सिर्फ जरीना हाशमी का नाम है दिखा रहा है।
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क्यों Google Doodle ने आज Zarina Hashmi को दिखाया
ऊपर दिए गए टेबल को पढ़कर यह तो जान ही चुके होंगे कि Zarina Hashmi का जन्म 16 जुलाई 1937 में ब्रिटिश राज के समय आलगीरा में हुई थी। जरीना हाशमी उनके जीवन में एक प्रसिद्ध या कलाकार एवं चित्रकार होने के लिए बहुत कुछ किया। एवं उनके जीवन के अंत में इस चीज को हासिल भी किया था।
गूगल ने जरीना हाशमी के इस संघर्ष को याद करते हुए उनकी मृत्यु के बाद भी जरीना हाशमी के जन्मदिन पर गूगल डूडल उनके होम पेज पर 16 जुलाई को उनका नाम के साथ उनकी छवि को दिखा रहा है। असल में दोस्तों देखा जाए तो Google doodle के जैसा इतना बड़ा कंपनी जरीना हाशमी के 86 तम जन्मदिन पर उनकी होम पेज पर जरीना हाशमी का जीवन परिचय के साथ-सथ और भी बहुत सारे चीजों को भी उनके बारे में दिखा रहा है।
जरीना हाशमी का परिवार
जरीना शेख जो 16 जुलाई 1937 साल में ब्रिटिश राज के अलीगढ़ में जन्म हुआ एवं उनका पिता जी का नाम था शेख अब्दुर रशीद जो अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एक शिक्षक थे एवं उनके माता जी का नाम था फरीदा बेगम।
जरीना शेख, जिसको हम लोग आज जरीना हाशमी के नाम पर जानते हैं, के परिवार में वह लोग सिर्फ तीन ही सदस्य थे एवं जरीना हाशमी के और कोई भाई बहन भी नहीं थे। जिस वजह से उनके माता-पिता उनको एक उच्च पद के कॉलेज में पढ़ाने के साथ-साथ इतना अच्छा कलाकार बनाने में भी सक्षम हुआ।
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Zarina Shaikh का शिक्षा जीवन
जरीना शेख के पिता जी शेख अब्दुल रशीद, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के शिक्षक होने के वजह से वह बखूबी जानते थे कि वह कैसे उनकी पुत्री को एक अच्छे तरीके से पढ़ाना चाहिए। उन्होंने सर्वप्रथम जरीना को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से 1958 साल में गणित को लेकर बैचलर ऑफ साइंस डिग्री करवाया।
उसके बाद उन्होंने एक अच्छे चित्रकार बनने के लिए थाईलैंड एवं पेरिस के अटलियर 17 स्टूडियो में जाकर पढ़ने लगे। हालांकि एक अच्छी चित्रकार बनने के पहले यह दोनों जगह कुछ और कर भी वह और भी चार-पांच जगह में चित्र शिल्प को लेकर अच्छी तरीके से शिक्षा ग्रहण किया। उसके बाद वह न्यूयॉर्क सिटी में रहने लगे।
उसके बाद 1980 में जरीना को न्यूयॉर्क फेमिनिस्ट आर्ट इंस्टिटट के एक बोर्ड मेंबर बनाया गया एवं उसके बाद उनका जीवन एक फेमिनिस्ट कलाकार जर्नलिस्ट के तौर पर शुरू हुआ। यह सारी चीजों को देखते हुए ही हम सबको जरीना हाशमी का जीवन परिचय के बारे में अच्छी तरीके से जानना चाहिए। हालांकि वह इस विभाग पर बहुत दिन काम कर रहे थे लेकिन सन 2020 में 25 जुलाई को एलजीमार्स नामक एक बीमारी का शिकार होकर लंदन में ही जरीना हाशमी का मोत हुआ।
निष्कर्ष
तो दोस्तों जैसे कि आप देख रहे हैं आज हम इस लेख में जरीना हाशमी का जीवन परिचय को लेकर बहुत कुछ विस्तारित तरीके से आलोचना किए हैं। इसको छोड़ कर आज ही से लेख में जरीना हाशमी को लेकर कुछ ऐसे महत्वपूर्ण बातें बताएं हैं जो हर एक भारतवासी को जानना बहुत ही आवश्यक है एवं इसके साथ-साथ यह भी बताएं हैं कि गूगल डूडल ने 16 जुलाई को ही क्यों उनके होम पेज पर जरीना शेख को दिखाया। दोस्तों इसके अलावा अगर आपके मन में उनके जीवनी को लेकर कुछ भी तथ्य जानने का प्रश्न आ रहा है तो आप जरूर हमें पूछ सकते हैं।