आप में से बहुत सारे लोग नाग पंचमी के बारे में तो सुना ही होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं यह नाग पंचमी क्या है एवं कब यह नाग पंचमी मनाया जाता है।
शायद आप जानते होंगे कि हर साल सावन महीना में यह नागपंचमी मनाया जाता है। लेकिन हम यह भी जानते हैं कि आप में से 90% लोगों को यह Nag Panchami Kab Hai इसके बारे में कोई विस्तारित जानकारी नहीं है। असल में ऐसा होना स्वाभाविक है। क्योंकि हम में से अधिकतर लोग यह सब चीजों में ज्यादा ध्यान ही नहीं देते हैं इसलिए हम लोगों को यह नागपंचमी चीज के बारे में ज्यादा कुछ विस्तारित जानकारी नहीं है।
अगर आप गूगल में नाग पंचमी के बारे में देखने के बाद यह नाग पंचमी क्या है एवं इस वजह से यह नाग पंचमी तिथि को मनाया जाता है इसके बारे में विस्तारित जानकारी जाते हैं तब हमारी इस लेख को अंत तक अच्छी तरीके से परे। एवं इसके साथ साथ हम आपको और एक चीज अनुरोध करेंगे कि अगर आपको हमारी इस लेख को पढ़ने के बाद ऐसा लगा कि यह लेख आपके लिए फायदेमंद है तो आप जरूर अपने सोशल मीडिया में इसको शेयर करें।
नाग पंचमी क्या है । Nag Panchami Kab Hai
दोस्तों अगर आपको नाग पंचमी के बारे में सीधा एक जवाब चाहिए तो, नाग पंचमी एक ऐसा तिथि है जब भगवान श्री कृष्ण ने पंचनाथ को यमुना नदी से पाताल लोक में भेजा था। यह तिथि हर 1 साल सावन महीना में ही आता है एवं इस 2022 में यह नाग पंचमी 2 अगस्त को होने वाला है।
अगर आपको नाग पंचमी क्या है एवं इसका कारण के बारे में विस्तारित जानकारी चाहिए तब आपको कुछ ऐतिहासिक घटना के बारे में जानना होगा जो हम लोग इस लेख में आपके साथ शेयर करने वाले हैं। क्योंकि अगर आप सिर्फ नागपंचमी क्या है यह जाने तब आपके मन में और एक प्रश्न तो जरूर आ रहा होगा कि यह ऐतिहासिक नाग पंचमी तिथि क्यों मनाया जाता है या फिर इसके पीछे क्या कारण है।
नाग पंचमी क्यों मनाया जाता है
दोस्तों नाग पंचमी के कारण को जानने के लिए आपको सर्वप्रथम बरसो साल पीछे जाना होगा जब भगवान श्री कृष्ण ने हमारी पृथ्वी में जन्म लिए थे। ऐतिहासिक तौर पर बोला जाता है कि भगवान कृष्ण के समय यमुना नदी में पंचमुखी नाग करके एक काल नाग रहते थे जो यमुना नदी के पूरे पानी को विषाक्त कर चुके थे।
इस वजह से जो भी व्यक्ति या फिर पशु पक्षी यमुना नदी का पानी सेवन करते थे तब वह सब का मौत तुरंत हो जाती थी। लेकिन उसी बीच 1 दिन भगवान श्री कष्ण उनके सखा के साथ यमुना तट पर खेल रहे थे, तब अचानक से उन लोगों के खेलने का जो चीज है वह यमुना नदी में जाकर गिरा एवं भगवान श्री कृष्ण खुद वह बोल को उठाने के लिए यमुना नदी में प्रवेश किया।
लेकिन उसी बीच भगवान श्री कृष्णा वह पंचमुखी नाग के समीप आए एवं उनके साथ बहुत जोरदार युद्ध लड़ा एवं ऐसा करते-करते भगवान श्री कृष्ण का पैर का एक छाप वह पंचमुखी काली नाक के माथे पर आ गया। ऐसा करने से वह पंचमुखी नाग का जो भी बुरा श्राप या फिर बुरा कर्म था वह सब कुछ मिट गया एवं भगवान श्री कृष्ण ने वह काले नाग को पाताल लोक में भेज दिया। और यह पूरा घटना श्रावण महीने की इस तारीख में ही हुआ।
इस वजह से ऐतिहासिक घटना को मध्य नजर रखते हुए आज भी भगवान श्री कृष्ण एवं वह काले नाग की घटना को हमारे भारत में पूजा जाता है एवं इस घटना को नागपंचमी (Nag Panchami) की तौर पर हम लोग पूजा करते हैं। यह घटना को पढ़ने के बाद आप नाग पंचमी क्या है एवं यह क्यों मनाया जाता है इसका उत्तर तो पा यह होंगे।
नाग पंचमी 2022 तारीख | Nag Panchami Date
तो दोस्तों अगर आप 2022 की नाग पंचमी तिथि को जानना चाहते हैं तब हम बता दें कि यह भी थी 2 अगस्त 2022 को मनाया जाएगा। हिंदू संस्कृति का पंचांग के अनुसार हर 1 साल यह नागपंचमी हामारे सावन माह मैं जो शुक्ल पक्ष आता है उसका पंचमी तिथि को मनाया जाता है। और 2022 साल में यह तिथि 2 अगस्त को आया है। यानी कि अगर आप इस 2022 साल में नागपंचमी का पूजा करना चाहते हैं तब आप यह पूजा 2 अगस्त को ही करना होगा।
नाग पंचमी 2022 शुभ मुहूर्त | Nag Panchami Time 2022
हिंदू पंचांग के सटीक गणना के अनुजाई यह पंचमी तिथि 22 की 2 अगस्त एवं 3 अगस्त के अंदर ही होने वाला है। जहां पर यह नाग पंचमी तिथि 2 अगस्त 2022 की सुबह 5:13 में शुरू होगा एवं यह 3 अगस्त 2022 की सुबह 5:41 पर खत्म होगा।
लेकिन अगर आप हिंदू ज्योतिष शास्त्र की तरफ देखे तो यह नागपंचमी का 2022 में जो शुभ मुहूर्त है वह है 2 अगस्त की सुबह 5:45 से 8:25 के अंदर।
तो दोस्तों अगर आप नाग पंचमी क्या है यह जानने के बाद नागपंचमी का पूजन करना चाहते हैं तब आप ऊपर दिए गए समय के अंदर ही यह पंचमी तिथि का पूजा करना होगा।
FAQs
नाग पंचमी क्या है?
नाग पंचमी एक ऐसा तीती है जिसमें नागों की सुरक्षा के लिए श्रावण महीने का शुक्ल पक्ष में नागों को पूजा जाता है।
नाग पंचमी क्यों मनाई जाती है?
नाग पंचमी( Nag Panchami) मनाने एकमात्र कारण है ना गो की रक्षा जो आज से बहुत साल पहले से ही ऋषि मुनि लोग नागों की सुरक्षा के लिए नाग पंचमी तिथि का पूजा करते आ रहे हैं।
नाग पंचमी का मतलब क्या होता है?
नाग पंचमी का मतलब है एक ऐसा पंचमी तिथि जो सावन महीना के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को दर्शाता है जब हम लोग नागों की रक्षा के लिए उनकी पूजा करते हैं।
निष्कर्ष
तो दोस्तों जैसे कि आप देख पा रहे हैं आज हम इस लेख में नाग पंचमी क्या है एवं इस 2022 में कब नागपंचमी मनाया जाएगा इसके बारे में विस्तार एक आलोचना किए हुए हैं। इसके साथ साथ हम आप के साथ यह भी आलोचना किए हैं कि क्यों यह नागपंचमी को इतना विशेष रूप से हमारे भारत में मनाया जाता है। आशा करता हूं अगर आप हमारे इस लेख को अभी तक अच्छी तरीके से पढ़े होंगे तब आपको नाग पंचमी के बारे में सब कुछ विस्तारित ज्ञान मिल चुका होगा।