आप में से बहुत सारे लोग नाग पंचमी के बारे में तो सुना ही होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं यह नाग पंचमी क्या है एवं कब यह नाग पंचमी मनाया जाता है।
शायद आप जानते होंगे कि हर साल श्रावण महीना में यह नागपंचमी मनाया जाता है। लेकिन हम यह भी जानते हैं आप में से लगभग 90% लोगों को Nag Panchami के अन्य कोई भी जानकारी नहीं है। असल में ऐसा होना स्वाभाविक है, क्योंकि हम में से अधिकतर लोग यह सब चीजों में ज्यादा ध्यान ही नहीं देते हैं इसलिए हम लोगों को यह नागपंचमी के बारे में ज्यादा कुछ विस्तारित जानकारी नहीं है।
अगर आप नाग पंचमी के तिथि एवं नाग पंचमी को मनाने का कारण जानना चाहते हैं तो इस लेख को अच्छी तरीके से जरूर पढ़ें। एवं इसके साथ साथ हम आपको और एक चीज अनुरोध करेंगे कि अगर आपको हमारी इस लेख पढ़ने के बाद आपको फायदा हुआ, तो आपके दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।
नाग पंचमी क्या है एवं कब है
दोस्तों अगर आप नाग पंचमी के बात करें तो यह नाग पंचमी तिथि एक ऐसा तिथि है जब भगवान श्री कृष्ण ने पंचनाथ को यमुना नदी से पाताल लोग में भेजा था। यह तिथि हर 1 साल श्रावण महीना के शुक्ल पक्ष के पंचमी में आता है एवं 2024 में यह नाग पंचमी 12 अगस्त को होने वाला है।
आप nag Panchami क्या चीज है एवं यह तिथि मनाने का मुख्य कारण कौन सी ऐतिहासिक घटना के साथ जुड़ा हुआ है, यह सब चीजों के बारे में अभी तक इस लेख को पढ़कर कुछ तो जान ही चुके होंगे। लेकिन क्या आप इस नाग पंचमी संबंधित बाकी सारे घटनाओं के बारे में जानते हैं। कर नहीं तो आप इस लेख के अगले अंश को जरूर पढ़ें।
नाग पंचमी क्यों मनाया जाता है
दोस्तों नाग पंचमी मनाने कि कारण को जानने के लिए आपको सर्वप्रथम बरसो साल पीछे जाना होगा जब भगवान श्री कृष्ण ने हमारी पृथ्वी में जन्म लिया था। ऐतिहासिक तौर पर बोला जाता है भगवान कृष्ण के समय यमुना नदी में पंचमुखी नामक एक काल नाग बास करते थे जो यमुना के जल को दूषित कर रहे थे।
इस वजह से जो भी व्यक्ति या फिर पशु-पक्षी यमुना नदी के पानी सेवन करता तब वह सब का मौत तुरंत हो जाता। लेकिन उसी बीच 1 दिन भगवान श्री कृष्ण उनके सखा एवं सखियों के साथ यमुना तट पर खेल रहे थे, तब अचानक से उन लोगों के खेलने का जो चीज है वह यमुना नदी में जाकर गिरा एवं भगवान श्री कृष्ण खुद वह चीज को उठाने के लिए यमुना नदी में प्रवेश किया।
लेकिन उसी बीच भगवान श्री कृष्णा वह पंचमुखी नाग के समीप आए एवं उनके साथ बहुत जोरदार युद्ध लड़ा एवं ऐसा करते-करते भगवान श्री कृष्ण का पैर का एक छाप वह पंचमुखी काल नाग के माथे पर आ गया। ऐसा करने से वह पंचमुखी नाग का जो भी बुरा कर्म का श्राप था वह सब कुछ मिट गया एवं भगवान श्री कृष्ण ने वह काले नाग को पाताल लोग में भेज दिया। और यह पूरा घटना श्रावण महीने की इस तारीख में ही हुआ था।
इस वजह से ऐतिहासिक घटना को मध्य नजर रखते हुए आज भी भगवान श्री कृष्ण एवं वह काले नाग की घटना को हमारे भारत में पूजा जाता है एवं इस घटना को नागपंचमी (Nag Panchami) की तोहर मानते हुए पूजन करते हैं।
नाग पंचमी 2024 तारीख | Nag Panchami Ka Date
तो दोस्तों अगर आप 2024 की नाग पंचमी तिथि को जानना चाहते हैं तो बता दें कि यह तिथि 2 अगस्त 2024 को मनाया जाएगा। हिंदू संस्कृति का पंचांग के अनुसार हर 1 साल यह नागपंचमी हामारे सावन माह मैं जो शुक्ल पक्ष आता है उसका पंचमी तिथि को मनाया जाता है। और 2024 साल में यह तिथि 2 अगस्त को आया है। यानी कि अगर आप इस 2024 साल में नागपंचमी का पूजा करना चाहते हैं तब आप यह पूजा 2 अगस्त को ही करना होगा।
नाग पंचमी 2024 शुभ मुहूर्त | Nag Panchami Time
हिंदू पंचांग के सटीक गणना के अनुजाई यह पंचमी तिथि 22 की 2 अगस्त एवं 3 अगस्त के अंदर ही होने वाला है। जहां पर यह नाग पंचमी तिथि 9 अगस्त 2024 की सुबह 5:13 में शुरू होगा एवं यह 10 अगस्त 2024 की सुबह 5:41 पर खत्म होगा।
लेकिन अगर आप हिंदू ज्योतिष शास्त्र की तरफ देखे तो यह नागपंचमी का 2024 में जो शुभ मुहूर्त है वह है 9 अगस्त की सुबह 5:45 से 8:25 के अंदर।
तो यह है इस साल शुभ नाग पंचमी मनाने का सटीक समय। तो अगर आप हर साल की तरह इस साल भी नाग पंचमी को मनाना चाहते हैं तो ऊपर दिए गए समय के अंदर ही आपका पूजा पाठ संपन्न करें।
निष्कर्ष
तो दोस्तों जैसे कि आप देख पा रहे हैं आज हम इस लेख में नाग पंचमी क्या है एवं इस 2024 में कब नागपंचमी मनाया जाएगा इसके बारे में विस्तार एक आलोचना किए हुए हैं। इसके साथ साथ हम यह भी आलोचना किए हैं कि क्यों यह नागपंचमी को इतना विशेष रूप से हमारे भारत में मनाया जाता है। आशा करता हूं अगर आप हमारे इस लेख को अभी तक अच्छी तरीके से पढ़े होंगे तब आपको नाग पंचमी के बारे में सब कुछ विस्तारित ज्ञान मिल चुका होगा।